शेर-ओ-शायरी

बेवफाई (Ungratefulness) Next >>

अगर मुझसे टूटा है पैमाने-उल्फत,
तुम्हारी नजर क्यों झुकी जा रही है।


1. पैमाने-उल्फत -मुहब्बत का प्याला

 

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अपनी तबाहियों का मुझे कोई गम नहीं,
तुमने किसी के साथ मुहब्बत निभा तो दी।

-साहिर लुधियानवी

 

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अपने लुटने का मुझको रंज नहीं, गम अगर है तो सिर्फ इतना,
मेरे किरदार की शराफत से उसने जो फायदा उठाया हैं।

-वैग इलाहाबादी

 

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अपने वो रहनुमा हैं कि मंजिल तो दरकनार,
कांटे रहे - तलब में बिछाते चले गए।

-असर लखनवी


1.रहनुमा - मार्ग दिखाने वाला, प्रथ-प्रदर्शक

2. दरकनार - एक तरफ,अलग
 

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