तख्लीके - कायनात के
दिलचस्प जुर्म पर,
हंसता तो होगा आप भी यजदां कभी-कभी।
-अबुल हमीद अदम
1तख्लीक - रचना, उत्पति, सृजन, पैदा
करना
2,.कायनात (i) संसार, जगत (ii) सृष्टि, ब्रहमांड
3.यजदां -
नेकी का खुदा, ईश्वर
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तुम
जिस्म के खुशगरम लिबासों पै हो शादाँ,
मैं रूह को मोहताजे - कफन देखता हूँ।
1.शादाँ - खुश, प्रसन्न
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तुम्हारी तहजीब आप ही अपने खंजर से खुदकुशी करेगी,
जो शाख-ए-नाजुक पै आशियाना बनेगा, नापाईदार होगा।
1.नापाईदार - अदृढ़, जो मजबूत न हो,
अस्थायी
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दीवार क्या गिरी
मेरे कच्चे मकान की,
लोगों ने मेरे सहन से रस्ते बना लिए।
-नरेश कुमार शाद
1.सहन - आँगन
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