यूँ ही डूबोता रहा अगर किश्तियाँ सैलाब,
तो सतहे-आब पै चलना भी आ ही जायेगा।
1. सैलाब
- बाढ़
2. सतहे-आब
- पानी की सतह
रंग लाती है हिना पत्थर पर घिस जाने के
बाद
सुर्खरू होता है इन्सां, ठाकरें खाने के बाद।
1.हिना
- मेंहदी
2. सुर्खरू
- सफल, कामयाब
रंज से खूगर हुआ इन्साँ तो मिट जाता है
रंज,
मुश्किलें मुझ पर पड़ी इतनी कि आसाँ हो गइं।
-मिर्जा गालिब
1.खूगर
- आदी, अभ्यस्त, जिसे किसी बात की आदत हो
2. रंज - कष्ट, तकलीफ, पीड़ा, दर्द
*****
रहनुमा खो गये
मंजिल तो बुलाती है हमें,
पांव जख्मी है तो क्या, जौके-सफर रखते हैं।
-जमील
1. रहनुमा - पथप्रदर्शक, रास्ता दिखाने
वाला
2. जौके-सफर -
सफर की ख्वाहिश
*****
<<Previous page
-1-2-3-4-5-6-7-8-9-10-11-12-13-14-15-16-17-18-19-20-21-22-23-24-25-26-27-28-29-30-31-32-33-34-35-36
Next>>