शेर-ओ-शायरी

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इलाही क्या कयामत है कि जब वो लेते हैं अंगड़ाई,
मेरे सीने में सब जख्मों के टाँकें टूट जाते हैं।
-'अमीर' मीनाई

 

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उनका तगाफुल उनकी तवज्जो,

एक दिल, उस पै लाख तहल्के।
-अदा जाफरी

1.तगाफुल- उपेक्षा, वेबवज्जुही 2. तवज्जो- विशेष ध्यान
3 तहल्का (i) कोलाहल, कोहराम (ii) खलबली, हलचल

 

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उनकी मासूम अदाओं पै बहते हुए आंसू तौबा,
सादगी में भी कयामत का फुसूँ होता है।
-सरूर आले अहमद


1.फुसूँ - जादू, माया-कर्म, इंद्रजाल

 

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करने गये थे उनसे तगाफुल का हम गिला,
की एक ही निगाह कि हम खाक हो गये।

-मिर्जा गालिब

 

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