अच्छा है डूब
जाये सफीना हयात का
उम्मीदो-आरजूओं का साहिल नहीं रहा।
-'असर' लखनवी
1.सफीना - नाव, नौका, किश्ती
2.हयात - जिन्दगी
3. साहिल - किनारा, तट।
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ऐ देखने वाले साहिल से, मौजों से लिपट, तूफां से उलझ
नज्जारा-ए-तूफां करने से, अन्दाजए-तूफां क्या होगा।
1.साहिल -
किनारा, तट
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कनारों से मुझे ऐ नाखुदा तुम दूर ही रखना
वहां लेकर चलो तूफां जहाँ से उठने वाला है।
1. नाखुदा -
मल्लाह, नाविक, कर्णधार
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कहते हैं उन्हीं को दुश्मने-दिल, है नाम उन्हीं का नासेह भी
वे लोग जो रह कर साहिल पर, तूफान की बातें करते हैं।
1.नासेह -
नसीहत देने वाला, धर्मोपदेशक
2.साहिल - किनारा, तट
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