शेर-ओ-शायरी

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आज आलम में है सन्नाटा तो है मेरी तलाश,
कल इसी दुनिया को शिकायत थी मेरी फरियाद से।


1.आलम - (i) दुनिया, संसार, जगत (ii) हालत, दशा।
2.फरियाद - (i) सहायता के लिए पुकार, दुहाई (ii) न्याय-याचना, नालिश (iii) शिकायत, परिवाद ।

 

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आज दुनिया में वो खुद अफसाना बनके रह गये,
कल सुना करते थे जो दुनिया के अफसाने बहुत।

-हुनर टौंकी


1.अफसाना - कहानी, दास्तान।


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आसमानों से फरिश्ते जो उतारे जाएं,
वह भी इस दौर में सच बोलें तो मारे जाएं।
 

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इजारादार थे जो मशअले- हिदायत के,
अब अपने घर में तरसते हैं रौशनी के लिये।

1.इजारादार - एकाधिकारी, ठेकेदार।
2. मशअला - मशाल, एक लम्बी लकड़ी में कपड़ा लपेट कर

और उसे तेल में तर करके जलाते हैं
3. हिदायत - (i) शिक्षा, सीख (ii) सन्मार्ग दिखलाना, रास्ता दिखाना, रहनुमाई (iii) आदेश, हुक्म (iv) गुरूदिक्षा।

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