आया ही
था खयाल कि आंखें छलक पड़ीं,
आंसू किसी की याद के कितने करीब हैं।
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शेर-ओ-शायरी
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शेर-ओ-शायरीअंजुम (Anjum)
आया ही
था खयाल कि आंखें छलक पड़ीं, *****
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