उल्फत का जब मजा है कि वो भी हों बेकरार,
दोनों तरफ हो आग बराबर लगी हुई।
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शेर-ओ-शायरी
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शेर-ओ-शायरी
इस्माइल मेरठी (Ismail Meeruti)
उल्फत का जब मजा है कि वो भी हों बेकरार, *****
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