नशेमन ही के लुट जाने का गम होता तो क्या
गम था,
यहां तो लूटने वालों ने गुलशन बेच डाला है।
1.नशेमन
- घोसला, कुलाय, नीड़
*****
निगाहे-शौक को शाखे-निहाले-गुल की तलाश,
हवाए-तुन्द की यह जिद कि आशियाँ न बने।
1. निगाहे-शौक
- अभिलाशा, उत्कंठा या
ख्वाहिश
की निगाह
2. शाखे-निहाले-गुल
- फलों से सजी हुई डाली
3. हवाए-तुन्द -
तेज हवा
*****
निशेमन पर निशेमन इस कदर तामीर करता
जा,
कि बिजली गिरते-गिरते आप खुद बेजार जो जाये।
1. तामीर - निमार्ण, बनाना
2. बेजार - परेशान
*****
पड़े है जो मुन्तशिर तिनके, उठा-उठा के सजा रहा हूँ,
खबर करे कोई बिजलियों को कि फिर निशेमन बना रहा हूँ।
-'नैयर' अकबराबादी
1. मुन्तशिर - बिखरे हुए 2.
निशेमन - आशियाना, घोंसला,
नीड़
*****
<< Previous page -1-2-3-4-5-6-7-8-9-10-11-12-13-14-15 Next>>