शेर-ओ-शायरी

<< Previous  हौसला (Fearlessness) Next>>

जिस गम से दिल को राहत हो,

उस गम का मुदावा क्या मानी?
जब फितरत तूफानी ठहरी,

साहिल की तमन्ना क्या मानी।
-अर्श मल्सियानी


1. मुदावा - दवा, इलाज 2. फितरत - आदत, स्वभाव

3. साहिल - किनारा, तट

 

*****
 

जुनूने-तामीर है सलामत तो बर्के-बाराँ का हमको क्या गम,
चमन की हर शाख पर बना लेंगे बहारों का आशियाना।

-
सागर निजामी


1.जुनूने-तामीर - निर्माण की धुन 2.बर्के-बाराँ - कौंधती बिजली
 

*****


ठोकर अगर किसी पत्थर से खाई है,
मंजिल का पता भी उसी पत्थर से मिला है।

-बिस्मिलसईदी हाशमी

 

*****

ताइरे-जाँ! कितने ही गुलशन तेरे मुश्ताक है,
बाजुओं में ताकते-परवाज होना चाहिए।

-'असर' लखनवी


1.ताइरे-
जाँ हे प्राण-पंछी, हे जीव रूपी पंछी 2. मुश्ताक - ख्वाहिशमंद, लालायित, इच्छुक 3. ताकते-परवाज - उड़ने की ताकत
 

*****

 

<<Previous  page -1-2-3-4-5-6-7-8-9-10-11-12-13-14-15-16-17-18-19-20-21-22-23-24-25-26-27-28-29-30-31-32-33-34-35-36  Next>>