शेर-ओ-शायरी

अख्तर (Akhtar)  

यह दिलबरी,यह नाज, यह अंदाज, यह जमाल,

इन्सां करे अगर न तेरी चाह तो क्या करे।

 

1.दिलबरी - दिल उड़ा ले जाने वाली सुन्दरता या अदा

           

*****