सलीका आता है जिन्हें गमे-दौरां में जीने का,
वह यूँ शीशे को पत्थर से टकराया नहीं करते।
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शेर-ओ-शायरी
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शेर-ओ-शायरी
एहसन कलीम
(Ehsan Kaleem)
सलीका आता है जिन्हें गमे-दौरां में जीने का, *****
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