अब इससे क्या गरज कि हरम है कि दैर,
बैठे
हैं हम तो साया -ए-दीवार देखकर।
1.हरम
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खुदा
का घर,
काबा
2.दैर
-
बुतखाना,
मूर्तिगृह,
मंदिर
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आप
कहते हैं बार-बार नहीं,
हमको
हाँ का भी एतिबार नहीं।
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इश्क
खुद खानुमा-खराब सही,
मगर
जिन्दगी की पनाह है प्यारे।
1.खानुमा-खराब
-
घर
बर्बाद करने वाला,
जिसका
परिवार और धन आदि नष्ट हो गया हो
2.पनाह
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(i)
आश्रय,
सहारा,
(ii)
रक्षा,
हिफाजत (iii)
प्राण-रक्षा,
बचाव
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क्या
उसके बगैर जिन्दगानी,
माना
वह हजार दिलशिकन है।
1.दिलशिकन
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(i)
दिल
को
तोड़ने वाला,
रंज
पहुंचाने वाला
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