शेर-ओ-शायरी

 

                    शाद अजीमाबादी (Shad Azimabadi)  Next >>

उसके लिये तो हाथ उठाना भी है गुनाह,
 
जिसकी दुआ हों आप, वो फिर क्या दुआ करे।


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कहीं जवाब है इस हद की  बदगुमानी का,
 
कि शुक्र भी जो करूँ आप इसे गिला कहिए।

 1.
बदगुमानी - किसी की ओर से बुरा खयाल, कुधारणा

 

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खामोशी में मुसीबत और भी संगीन होती है,
 
तड़प ऐ दिल तड़पने से जरा तस्कीन होती है।

 1.
संगीन - (i) सख्त, कड़ा, कठोर, (ii) बेरहम, निर्मम, निष्ठुर, निर्दय (iii) गंभीर
 2.
तस्कीन - (i) संतोष, इत्मीनान (ii) सांन्त्वना, ढाढस, दिलासा।


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खुदा शाहिद बुरा कहता नहीं जन्नत को मैं लेकिन,
 
मजा कुछ और ही है, मैकशी का बादाखाने में।

 1.
शाहिद - गवाह 2.मैकशी - मद्यपान 3.बादाखाना - शराबखाना

 

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