बस इम लतीफ
तबस्सुम बस इक हसीन नजर,
मरीजे-गम की यह हालत सुधर तो सकती है
-'सलाम' मछलीशहरी
1.लतीफ - (i) कोमल, नर्म, मृदुल,
नाजुक (ii) पवित्र, पाकसाफ
2.तबस्सुम -
मुस्कान, मुस्कुराहट, स्मित
*****
बात करने में फूल झड़ते हैं, बर्क गिरती है मुस्कराने में,
नजरें जैसे फराखदिल सांकी खुम लुढाये मैखाने में।
-'अख्तर' अंसारी
1.बर्क - बिजली, तड़ित, चपला
2.फराखदिल - दिल खोलकर
खाने-खिलाने या पीने-पिलाने वाला, दरियादिल 3.खुम -
घड़ा, शराब रखने का मटका
*****
मुस्कराती हुई यूँ आई वह मैखाने में,
रूक गई साँस छलकते हुए पैमानों की।
-'जोश' मलीहाबादी
1. मैखाना- शराबखाना 2.
पैमाना - शराब पीने का पियाला,
पान-पात्र
*****
यह मुस्कुराती हुई आंखें जिनमें रक्स करती है बहार,
शफक की, गुल की, बिजलियों की शोखियाँ लिये हुए।
-'फिराक' गोरखपुरी
1.रक्स - नृत्य
2. शफक -
सबेरे या शाम की लालिमा जो छितिज
पर दिखाई देती है
*****