आशिकों में और उसका नाम रौशन हो गया,
शम्अ ने सोचा था मिट जायेगा परवाने का नाम।
-बिस्मिल भरतपुरी
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इश्क क्या चीज है यह पूछिये परवाने से,
जिन्दगी जिसको मयस्सर हुई मर जाने के बाद।
-साहिर लुधियानवी
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इस अंजुमन में आकर राहत नसीब किसको,
परवाना भी जलेगा और श्म्मा भी जलेगी,
जन्नत बना सकेगा हरगिज न कोई इसको,
दुनिया यूँ ही चली है 'अकबर' यूँ ही चलेगी।
-अकबर इलाहाबादी
1.अंजुमन - महफिल, बज्म
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उल्फत भी अजब शै है, जो दर्द वही दरमां,
पानी में नहीं गिरता जलता हुआ परवाना।
-'आर्जू' लखनवी
1.दरमां
- दवा, इलाज, उपचार
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