शेर-ओ-शायरी
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शेर-ओ-शायरीएहसन मारहरवी (Ehsan Marharvi)
बड़े नाफहम
हैं वह जो उन्हें कातिल समझते हैं
, 4. वाबस्तगी - (i) बंधन, संपर्क, संबंध (ii) प्रेम, अपनापन
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