शेर-ओ-शायरी

 

     फारिंग सीमाबी  (Faaring Simaabi)
 

सफीना जब तेरे होते हुए भी डूब सकता है,
उठायें फिर तेरे एहसान क्यों ऐ नाखुदा कोई।

1.
सफीना - नाव, नौका 2.नाखुदा - मल्लाह, नाविक

 

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