या तो है देखने में नजर का कुसूर,
या कुछ बदल गया है जमाने का हाल अब।
*****
वह
कुछ मुस्कुराना,
वह कुछ झेंप जाना,
जवानी अदाएं सिखाती है क्या-क्या।
*****
हमें पीने से मतलब है जगह की कैद क्या
'बेखुद'
उसी का नाम काबा रख दिया,
बोतल जहा रख दी।
*****
हर चीज पै बहार थी,
हर शै में हुस्न था,
दुनिया जवान थी मेरे अहदे - शबाब में।
1.शै
-
चीज
2.अहदे-शबाब
-
युवावस्था
का समय ,
यौवन
का समय
*****
<< Previous 1 - 2